Rajasthan Major Farmer Movement notes pdf in Hindi

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Hello Aspirants,

The Shekhawati farmers’ movement: This movement started in the late 1990s in the Shekhawati region of Rajasthan, which is known for its dry and arid climate. The farmers in the region were facing severe drought conditions and crop failure, leading to widespread distress. The movement aimed to demand better irrigation facilities, credit access, and remunerative prices for agricultural produce. The movement was led by the Kisan Sabha and gained widespread support from farmers across the state.

The Sikar farmers’ movement: In 2017, farmers in the Sikar district of Rajasthan launched a movement to demand loan waivers, higher prices for agricultural produce, and better government support for farmers. The movement was led by the All India Kisan Sabha and saw widespread protests and rallies across the state. The movement gained national attention and put pressure on the state government to address the farmers’ demands.

The Bharatiya Kisan Union (BKU) protests: In 2020-21, farmers across India launched protests against three farm laws passed by the central government. The protests were particularly intense in Punjab and Haryana, but also saw significant support from farmers in Rajasthan. The BKU was a major participant in the protests and organized several rallies and demonstrations across the state. The protests led to a nationwide debate on the impact of the new farm laws on small and marginal farmers.

The Kisan Mahapanchayats: In 2021, farmers in Rajasthan organized several Kisan Mahapanchayats, which are large-scale public meetings of farmers to discuss issues related to agriculture and rural livelihoods. These meetings were organized by various farmer organizations and saw participation from thousands of farmers. The meetings discussed issues such as land acquisition, contract farming, and the impact of the new farm laws. The Kisan Mahapanchayats were seen as a platform for farmers to voice their concerns and demand better government support.

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राजस्थान के प्रमुख किसान आंदोलन प्रश्न उत्तर

Q1. राजस्थान में किसान आंदोलन का जनक कौन है?

(A) अर्जुनलाल सेठी

(B) ठाकुर कुशालसिंह

(C) मोहनलाल सुखाडिया

(D) विजयसिंह पथिक

Answer: D

विजय सिंह पथिक बारे में

अन्य नाम- भूप सिंह गुर्जर
जन्म – 27 फ़रवरी, 1882
जन्म भूमि- गुलावठी कलाँ, ज़िला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश
आंदोलन– आंदोलन बिजोलिया किसान आन्दोलन
Q2. बेंगू किसान आन्दोलन के सम्बन्ध में कौनसा कथन असत्य है?

(A) किसानों पर अत्याचार हुए।

(B) दिसम्बर में लगान की नई दरें तथा कई लागतों को समाप्त किया गया।

(C) ब्रिटिश सरकार किसानों के प्रति सहानुभूति रखती थी।

(D) जुलाई 1923 में पुलिस की गोलियों से 2 कृषक मरे।

Answer: C

Q3. बिजोलिया किसान आंदोलन कितने समय तक चला?

(A) 43 वर्ष

(B) 44 वर्ष

(C) 45 वर्ष

(D) 46 वर्ष

Answer: B

व्याख्या- बिजोलिया किसान आंदोलन 1897-1941 तक चला इसे भारत का पहला अहिंसात्मक किसान आंदोलन माना जाता है।

Q4. कटराथल गांव की 10,000 जाट महिलाओं ने 1934 में किसान आन्दोलन में भाग लिया, इसका नेतृत्व किसने किया?

(A) अंजना देवी चौधरी

(B) किशोरी देवी

(C) दुर्गावती देवी शर्मा

(D) खेतू बाई

Answer: B

व्याख्या- शेखावाटी में कटराथल गांव में 25 अप्रैल 1934 ई. को किशोरी देवी के नेतृत्व में लगभग 10,000 जाट महिलाओं ने किसान आंदोलन में भाग लिया। इसमें उत्तमा देवी मुख्य वक्ता थी।

Q5. महात्मा गांधी ने किस घटना को जलियांवाला बाग हत्याकांड की घटना बताते हुए इसे दोहरी डायरशाही कहा था?

(A) डाबी हत्याकाण्ड

(B) मारवाड़ किसान आंदोलन

(C) बिजौलिया किसान आंदोल

(D) नीमूचाणा हत्याकांड

Answer: D

व्याख्या- 1923 ई. में अलवर के शासक जयसिंह के द्वारा किसानों पर लाग/कर लगाए जाने के कारण इस आंदोलन की शुरूआत हुई।14 मई 1925 ई को लगभग 800 किसान नीमूचाणा में इक्कठे हुए जिन पर अंग्रेज कमाण्डर छज्जूसिंह ने गोलियाँ चला दी, जिसमें लगभग 100 लोग शहीद हुए छज्जूसिंह को राजस्थान का ‘जनरल डायर’ कहा जाता है। महात्मा गाँधी ने पत्रिका ‘यंग इंडिया’ में नीमूचाणा काण्ड की जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड से वीभत्स कहते हुए दोहरे हत्याकाण्ड (दोहरी डायरशाही ) की संज्ञा दी ।

Q6. बूंदी किसान आंदोलन का नेतृत्व किया?

(A) नयनुराम शर्मा

(B) विजय सिंह पथिक

(C) रामनारायण चौधरी

(D) साधु सीताराम

Answer: A

व्याख्या- 1922 ई. में बूंदी किसान आंदोलन की शुरूआत लगान व बेगार के विरोध में हुई थी। 2 अप्रेल, 1923 ई. में बूंदी के डाबी नामक स्थान पर किसानों का सम्मेलन हुआ, जहाँ पर पुलिस अधीक्षक इकराम हुसैन ने गोली चला दी । जिससे नानक जी भील व देवीलाल गुर्जर घटना स्थल पर ही झण्डा गीत गाते समय शहीद हो गये। नानक जी भील को राजस्थान का प्रमुख शहीद बोला जाता है बूंदी किसान आंदोलन बरड क्षेत्र के किसानों ने किया था

Q7. माधोसिंह व गोविंद सिंह का संबंध निम्न में से किस किसान आन्दोलन से था?

(A) बिजौलिया किसान आन्दोलन

(B) मेवाड़ भील आन्दोलन

(C) बेगू किसान आन्दोलन

(D) अलवर किसान आन्दोलन

Answer: D

व्याख्या- 1924 ई में नीमूचाणा आंदोलन की समस्या को माधोसिंह व गोविंदसिंह ने पुकार नामक पुस्तक के माध्यम से उठाया।

Q8. नानजी और ठाकरी पटेल का संबंध किस आंदोलनसे है?

(A) अलवर किसान आंदोलन

(B) बिजोलिया किसान आंदोलन

(C) बूंदी किसान आंदोलन

(D) बेंगू किसान आंदोलन

Answer: B

Q9. अलवर के शासक जयसिंह द्वारा जंगली सूअरों को मारने पर प्रतिबंध लगाने के कारण अलवर में कब आंदोलन किया गया था

(A) 1921

(B) 1922

(C) 1923

(D) 1924

Answer: A

व्याख्या- अलवर के शासक जयसिंह द्वारा जंगली सूअरों को मारने पर प्रतिबंध लगाने के कारण 1921 में अलवर में आंदोलन किया गया था। सूअर किसानों की खड़ी फसल को बर्बाद कर देते थे और इसके बदले किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिलता था। किसानों ने परेशान होकर 1921 में सूअर मारने की अनुमति के लिए यह आंदोलन प्रारंभ किया था।

Q10. बेंगू किसान आंदोलन 1921 का नेतृत्व किया?

(A) माणिक्य लाल वर्मा

(B) रामनारायण चौधरी

(C) जमनालाल बजाज

(D) नयनू राम शर्मा

Answer: D

व्याख्या- बेगूँ किसान आंदोलन की शुरुआत 1921 में मेनाल (भीलवाडा) के भेरु कुंड नामक स्थान से हुई थी इस आंदोलन का नेतृत्व श्रीराम नारायण चौधरी ने किया था। बेंगू किसान आंदोलन में 1921 में मेनाल किसान सभा में किसानों और ठाकुर अनूप सिंह के मध्य हुए समझौते को बोल्शेविक समझौता कहा जाता है।

बेंगू किसान आंदोलन गोविंदपुरा हत्याकांड के लिए विख्यात रहा है 13 जुलाई 1923 को भीलवाड़ा जिले में हुए इस हत्याकांड में रूपा जी धाकड़ और कृपा जी धाकड़ शहीद हो गए थे।

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राजस्थान के प्रमुख किसान आंदोलन प्रश्न उत्तर

Q11. तलवार बधाई कर किस शासक ने लगाया था?

(A) पृथ्वी सिंह

(B) कृष्ण सिंह

(C) अमर सिंह द्वितीय

(D) पृथ्वी सिंह द्वितीय

Answer: A

व्याख्या- राव पृथ्वी सिंह ने 1906 में किसानों पर तलवार बंधाई (उत्तराधिकार शुल्क) लगाया।

Q12. बिजोलिया किसान आंदोलन का कारण कितने प्रकार के कर और बेगार प्रथा थी?

(A) 43

(B) 54

(C) 73

(D) 84

Answer: D

व्याख्या- राव पृथ्वी सिंह ने 1906 में किसानों पर तलवार बंधाई (उत्तराधिकार शुल्क) और घुडपडी कर लगा दिया पृथ्वी सिंह के समय मेवाड में 84 प्रकार की लागबाग लागत (लगान के अतिरिक्त शेष कर) प्रचलित था

Q13. बिजोलिया किसान आंदोलन की अवधि हैं?

(A) 1897-1950

(B) 1897-1945

(C) 1897-1947

(D) 1897-1941

Answer: D

व्याख्या- यह आन्दोलन 1897-1941 तक चला इसे भारत का पहला अहिंसात्मक किसान आंदोलन माना जाता है यह राजस्थान का प्रथम संगठित किसान आंदोलन था

Q14. भोमट के भील आंदोलन को किस नाम से जाना जाता है?

(A) एकी आंदोलन

(B) भगत आंदोलन

(C) जनजाति आंदोलन

(D) अनेकी आंदोलन

Answer: A

व्याख्या- एकी आन्दोलन का प्राराम्भ 1921 में मातृकुण्डिया ग्राम (चित्तौड़गढ़) से हुआ। भोमट भील आंदोलन का नेतृत्व मोतीलाल तेजावत ने किया था।

Q15. राजस्थान में संगठित किसान आन्दोलन कहां से आरम्भ हुआ था?

(A) बिजोलिया

(B) बेगू

(C) अलवर

(D) सीकर

Answer: A

Q16. सन् 1947 ई. में वीरबाला कालीबाई किस घटना में शहीद हुई थी?

(A) कांगड़ा काण्ड

(B) डाबरा काण्ड

(C) पुनवाड़ा काण्ड

(D) रास्तापाल काण्ड

Answer: D

व्याख्या- शिक्षाप्रेमी नानाभाई खांट 19 जून, 1947 को एवं कालीबाई 21 जून, 1947 को अध्यापक श्री सेंगाभाई को बचाने में शहीद हुए। इस कांड को रास्तापाल कांड के नाम से जाना जाता है। डूंगरपुर रियासत के राजा महरावल नही चाहते थे कि उनके राज्य में शिक्षा का प्रसार हो। क्योंकि शिक्षित होकर व्यक्ति अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो जाता था। नाना भाई खांट ने आदिवासियों में जाग्रति लाने हेतु शिक्षा को ही सही रास्ता समझा।

Q17. रूपाजी और कृपाजी किस किसान आन्दोलन में शहीद हो गए थे?

(A) बेगूं

(B) नीमूचाणा

(C) दूदवाखारा

(D) बिजौलिया

Answer: A

Q18. इनमें से कौन बिजौलिया किसान आन्दोलन से सम्बन्धित नहीं था –

(A) माणिक्य लाल वर्मा

(B) विजय सिंह पथिक

(C) सीताराम दास

(D) छगनलाल (छगनराज) चौपासनीवाला

Answer: D

Q19. ‘संप सभा’ की स्थापना किसने की?

(A) मोतीलाल तेजावत

(B) हरदेव जोशी

(C) गोकुल भाई भट्ट

(D) गोविन्द गिरी

Answer: D

व्याख्या- गोविन्द गुरु ने आदिवासियों को संगठित करने के लिए सिरोही जिले में 1883 में सम्पा सभा की स्थापना की थी। ​

Q20. निम्न में से किसने मेव कृषक आन्दोलन का नेतृत्व किया?

(A) मुकर्रब खां

(B) बख्तावर खां

(C) अशफाकउल्ला खां

(D) यासीन खां

Answer: D

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